नई दिल्ली, 2 नवम्बर 2025 – दिल्ली पुलिस की सिविल लाइन्स थाना टीम ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को मुख्यमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताकर गरीब और असहाय मरीजों को निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज दिलाने का झांसा देता था। आरोपी फर्जी लेटरहेड, नकली पहचान पत्र और जाली हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर लोगों से हजारों रुपये ठग चुका था।
मामला तब सामने आया जब महाराजा अग्रसेन अस्पताल की प्रबंधन टीम को एक संदिग्ध पत्र प्राप्त हुआ। इस पत्र में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक मरीज श्याम शंकर के इलाज को ईडब्ल्यूएस श्रेणी में करने का निर्देश दिया गया था। अस्पताल प्रशासन को पत्र में वर्तनी की गलतियां और फॉन्ट में अंतर देखकर शक हुआ। पुष्टि के लिए उन्होंने यह पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय की आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजा, जहां से साफ हो गया कि पत्र पूरी तरह फर्जी है।
इस शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय के ओएसडी एस.सी. वशिष्ठ की ओर से पुलिस में मामला दर्ज कराया गया। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी का नाम सोनू है, जो एमसीडी कार्यालय करोल बाग जोन में माली के रूप में अनुबंधित कर्मचारी है।
सिविल लाइन्स थाने की टीम—इंस्पेक्टर जितेंद्र राणा, एसआई नितिन और कॉन्स्टेबल विनय सेहरावत—ने एसीपी विकास मीणा और एसएचओ हनुमंत सिंह के निर्देशन में आरोपी की तलाश शुरू की। तकनीकी निगरानी के ज़रिए सोनू की लोकेशन करोल बाग से टैगोर गार्डन क्षेत्र में ट्रेस की गई।
29 अक्तूबर को पुलिस ने करोल बाग एमसीडी दफ्तर में छापा मारा, लेकिन सोनू मौके से भाग निकला। उसके बैग से फर्जी एमसीडी पहचान पत्र, मुख्यमंत्री कार्यालय के कई फर्जी लेटर और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। इसके बाद पुलिस ने लगातार निगरानी रखते हुए 30 अक्तूबर को टैगोर गार्डन इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सोनू ने बताया कि उसने कुछ महीने पहले एमसीडी ऑफिस की डाक से मुख्यमंत्री कार्यालय का एक असली पत्र चुराया था। उसी की कॉपी बनाकर उसने दर्जनों फर्जी लेटर तैयार किए। वह निजी अस्पतालों के बाहर गरीब मरीजों को ढूंढता था और उन्हें भरोसा दिलाता कि मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र जारी कराकर वह उन्हें ईडब्ल्यूएस श्रेणी में मुफ्त इलाज दिला सकता है। बदले में वह हर मरीज से 5,000 रुपये वसूलता था। अस्पताल प्रशासन को फोन पर खुद को “बलबीर सिंह राठी, सीएम ऑफिस अधिकारी” बताता और गूगल से नंबर निकालकर सीधे कॉल करता था।
पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन (दो सिम कार्ड सहित), एक असली मुख्यमंत्री कार्यालय का पत्र, कई फर्जी लेटर, एक नकली एमसीडी आईडी कार्ड, एक नकली हरियाणा सरकार का आईडी कार्ड और एक फर्जी नंबर प्लेट लगी मोटरसाइकिल बरामद की है।
27 वर्षीय आरोपी सोनू झज्जर, हरियाणा का रहने वाला है। पिता की मृत्यु के बाद उसने स्कूल छोड़ दिया था और बाद में बहादुरगढ़ नगर पालिका में चौकीदार और माली के रूप में काम किया। 2023 में वह नौकरी की तलाश में दिल्ली आया और करोल बाग ज़ोन एमसीडी में ठेके पर नियुक्त हुआ था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी के खिलाफ अब भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।







